बेटियां ©सौम्या शर्मा
सच कहूं प्यार की हैं डगर बेटियां!
खुशनसीबी का कोई शजर बेटियां!!
आंसू पीकर हमेशा हंसीं मायके!
मां- पिता की उतारें नजर बेटियां!!
क्या लगाएगी दुनिया भला मोल ये!
मीठे संगीत का कोई स्वर बेटियां!!
ठीक हो या ग़लत सब ही ये झेलतीं!
रख रहीं कौन सा ये जिगर बेटियां!!
शुक्र तेरा खुदा मेरी झोली में दी!
लाख रातों की कोई सहर बेटियां!!
© सौम्या शर्मा
बेहद भावपूर्ण 🙏🏻
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद भैया🙏😊
हटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद आपका 🙏
हटाएंउत्कृष्ट सृजन बहना💐💐
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद भैया🙏😊❤️
हटाएंWaah bahut khoob ma'am 🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद भाई ��❤️
हटाएंवाह्ह्हह्ह्ह्ह... सुंदर रचना l 💐
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद सर🙏😊
हटाएंबहुत सुंदर 👏👏👏🌹🌹
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद आपका
हटाएंBeautiful 👌
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद मैम, 🙏❤️
हटाएंसुंदर सृजन.....वाह्हहहहहहह
जवाब देंहटाएंधन्यवाद भैया, 😊
हटाएंबहुत ही बेहतरीन दीदी👏👏👏
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत बेहद भावपूर्ण सृजन 💐
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद डियर, 🙏🙏❤️
हटाएंअत्यधिक अद्भुत दीदी...👏👏👏
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद भाई 🙏❤️
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