लेखनी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य मेँ काव्य पाठ एवम मिलन समारोह ©अंजलि
लेखनी परिवार उस कुम्हार के मिट्टी के घड़े के जैसा है जिसे मेहनत के साथ-साथ प्यार, विश्वास और परिवार के सफ़र की रूपरेखा देकर घड़ा गया है, इसीलिए सभी सदस्यों को अमूल्य ही प्यारा है। इसी वर्ष लेखनी परिवार ने दो वर्षों का सफ़र तय किया है इसी उपलक्ष्य पर ये मेरी प्रस्तुती है-
मुझे इस परिवार का हिस्सा बनाने के लिए हृदयतल आभार🙏
© अंजलि
Video 1:
Video 2:
Video 3:
बहुत खूब अंजलि जी👏👏
जवाब देंहटाएंशुक्रिया विपिन सर 🙏
हटाएंBohot khoob anjali beta👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
जवाब देंहटाएंथैंक यू दी ❤️
हटाएंBahut Sundar Didi 😍👌
जवाब देंहटाएंThank you tushar❤️
हटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंआभार 🙏
हटाएंअति उत्तम दीदी
जवाब देंहटाएंशुक्रिया आकांक्षा ❤️
हटाएंउम्दा प्रस्तुति , बधाइयाँ 💐💐
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आशीष जी 🙏
हटाएंअति सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएँ
बहुत शुक्रिया ma'am ❤️
हटाएंबहुत बहुत सुंदर दीदी 🙏🙏
जवाब देंहटाएंशुक्रिया 🙏
हटाएंबहुत सुंदर🙏🙏👏👏👏
जवाब देंहटाएंशुक्रिया गुंजित 🙏
हटाएंKya kahne ...... Bahut bahut bhaavpoorna💐💐💐💐💐💐
जवाब देंहटाएंशुक्रिया प्रशांत जी 🙏
हटाएंलेखनी परिवार के लिये आपका योगदान निश्चित रूप से प्रसंसनीय है .... अनंत बधाइयां...💐💐💐💐
जवाब देंहटाएंशुक्रिया आपको भी बहुत शुभकामनाएं 🙏
हटाएंबहुत बहुत खूबसूरत प्रस्तुति 👏👏👏👏👏
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुक्रिया ma'am ❤️🙏
हटाएंबहुत सुन्दर 👏👏👌
जवाब देंहटाएंShukriya 😊
हटाएं❤️❤️❤️❤️बहुत खूब jiji🤗🙏
जवाब देंहटाएंशुक्रिया भैया❤️🙏
हटाएंशुक्रिया भैया❤️🙏
हटाएंसभी की मनमोहक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशुक्रिया डियर ❤️
हटाएंआभार सर 🙏
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