लेखनी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य मेँ काव्य पाठ एवम मिलन समारोह ©अंजलि

 लेखनी परिवार उस कुम्हार के मिट्टी के घड़े के जैसा है जिसे मेहनत के साथ-साथ प्यार, विश्वास और परिवार के सफ़र की रूपरेखा देकर घड़ा गया है, इसीलिए सभी सदस्यों को अमूल्य ही प्यारा है। इसी वर्ष लेखनी परिवार ने दो वर्षों का सफ़र तय किया है इसी उपलक्ष्य पर ये मेरी प्रस्तुती है-


मुझे इस परिवार का हिस्सा बनाने के लिए हृदयतल आभार🙏

© अंजलि



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टिप्पणियाँ

  1. उम्दा प्रस्तुति , बधाइयाँ 💐💐

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  2. अति सुंदर प्रस्तुति
    हार्दिक शुभकामनाएँ

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  3. बहुत बहुत सुंदर दीदी 🙏🙏

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  4. लेखनी परिवार के लिये आपका योगदान निश्चित रूप से प्रसंसनीय है .... अनंत बधाइयां...💐💐💐💐

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  5. बहुत बहुत खूबसूरत प्रस्तुति 👏👏👏👏👏

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