शिव स्तुति ©दीप्ति सिंह
भोले शिव शंकर का शृंगार निराला है
गंगा है जटाओं में बाघम्बर डाला है
नंदी की सवारी है छवि अद्भुत न्यारी है
जो ध्यान करे शिव का मन उसका शिवाला है
शिव-शक्ति की जोड़ी भक्तों को प्यारी है
इनके अंतर बसती ये सृष्टि सारी है
जो दर्शन पाता है वो भव तर जाता है
शंभू की कृपा सारे संकट पर भारी है
हे नीलकंठ आकर विष को धारण कीजै
सृष्टि में साँसों का अब संचारण कीजै
बस तेरा सहारा है अब कौन हमारा है
भक्तों के कष्टों का अब तो तारण कीजै
@दीप्ति सिंह "दीया"
Jai shiv shumbhu
जवाब देंहटाएंJai bholenath
Adbhut adutye..
हृदय तल से आभार आपका तुषार 😊🌷
हटाएंहर हर महादेव 🙏🏻
जवाब देंहटाएंहर-हर महादेव 🙏🌷
हटाएंWaah...🙏🌹🙏
जवाब देंहटाएंहृदय तल से आभार आपका डियर 😊🌷
हटाएंहृदय तल से आभार आपका आदरणीया 🙏😊🌷
जवाब देंहटाएंशिव शिवाय 😍💕💕💕💕💕💕💕
जवाब देंहटाएंनमः शिवाय 😊🌷🙏
हटाएंBahut sundar 🌹🌹
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद आपका 🙏😊🌷
हटाएंBeautifully written ❤️❤️❤️
जवाब देंहटाएंThank you so much 🙏😊🌷
हटाएंबहुत ख़ूबसूरत 🙏🏻🙏🏻💐
जवाब देंहटाएंहृदय तल से आभार आपका डियर 🙏😊🌷
हटाएंहर हर महादेव.
जवाब देंहटाएंअद्भुत रचना 😍
हृदय तल से आभार आपका 🙏😊🌷
हटाएंहर-हर महादेव 🙏🙏
हर-हर महादेव 🙏🙏
जवाब देंहटाएंआप सभी का हृदयतल से धन्यवाद
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