बोलेंगे ©परमानन्द भट्ट
जब हम नारे बोलेंगे
गूँगे सारे बोलेंगे
होठों की हर चुप्पी को
नैन हमारे बोलेंगे
अंगारों की बोली में
आँसू खारे बोलेंगे
अम्नो सुकूँ हो बस्ती में
यह हत्यारे बोलेंगे
जिनके मन में धोखा हो
प्यारे प्यारे बोलेंगे
अँधियारे से आँख मिला
जुगनू तारे बोलेंगे
प्यार परम' गुड़ गूँगे का
क्या बेचारे बोलेंगे
©परमानन्द भट्ट
Umda gazal sirji👌🙏🙏
जवाब देंहटाएंसटीक एवं प्रभावशाली गज़ल 💐💐💐🙏🏼
जवाब देंहटाएंवाह बहुत ही सुंदर, सटीक एवं सारगर्भित गज़ल 🙏🙏🙏💐💐
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आप सभी का
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा🙏
जवाब देंहटाएंसटीक 👏👏
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूब 🙏🏻🙏🏻
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