सूर्यवंश को प्रणाम है ©रजनीश सोनी

नमन, माँ शारदे

नमन, लेखनी

चामर छंद  

15 वर्ण, 23 मात्रा

रगण, जगण, रगण, जगण, रगण



नाद में  निनाद में  प्रतीक  छंद ज्ञान में। 

योग में प्रयोग में निमग्न भाव ध्यान में।। 

तत्व में सजीव में  स्वभाव में बहाव में। 

राम  सर्व व्याप्त हैं  निरीह में प्रमाव में।। 


राम  रीति-नीति हैं  पुनीत  संविधान हैं। 

राम ही क्रियाकलाप राम ही विधान हैं।। 

आसुरी  प्रवृत्ति  हेतु  दण्ड के प्रधान हैं। 

दीन  रक्षणार्थ  राम ही कृपा-निधान हैं।। 


दीपमालिका अनूप  भव्य नव्य धाम है। 

दिव्य दर्शनीय  रूप राशि हैं  ललाम है।। 

रोम - रोम  मे  रमें  रमेति  राम नाम  है। 

सूर्यवंश  कौशलेन्द्र राम को  प्रणाम है।।


©रजनीश सोनी


टिप्पणियाँ

  1. राम को प्रणाम है🙏🙏 नमन सर। अत्यंत उत्कृष्ट चामर छंद सृजन

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  2. अत्यंत उत्कृष्ट छंद सृजन सर...राम को प्रणाम है

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  3. उत्कृष्ट छंद सृजन सर

    जय श्री राम🙏

    जवाब देंहटाएं

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