लेखनी दिवस निमंत्रण ©सम्प्रीति

 ‘लेखनी’ ग्रुप कवि/ कवयित्रियों का सिर्फ एक समूह ही नहीं अपितु एक परिवार है, जो एक दूसरे को साहित्य के साथ-साथ स्नेह के बंधन से भी जोड़े हुए है। यह परिवार ना सिर्फ साहित्य का पाठ पढ़ाता है बल्कि जीवन से जुड़े पहलुओं को भी सिखाता है।

यहां वरिष्ठ जनों से लेकर कनिष्ठ से भी सभी एक दूसरे का सम्मान करते हैं तथा उनकी बातों को, उनके सुझावों को हमेशा मान देते हैं व सर्वोपरि रखते हैं।

ईश्वर हमारे इस लेखनी परिवार को हमेशा आगे बढ़ने का आशीर्वाद प्रदान करें ।

धन्यवाद!

©सम्प्रीति





टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कविता- ग़म तेरे आने का ©सम्प्रीति

ग़ज़ल ©अंजलि

ग़ज़ल ©गुंजित जैन

पञ्च-चामर छंद- श्रमिक ©संजीव शुक्ला 'रिक्त'