श्री महाकाल स्तुति ©सूर्यम मिश्र

 नमामीश शंभू ......त्रिकालं नमामी l

महाकाल कालं,.....कृपालं नमामी l


महेश्वर, सुरेश्वर...... कु-संतापहारी।

प्रभो चंद्रशेखर........भुजंगेशधारी।

त्रयंतापहारी...........जटाजूट शंभो,

दिगंबर दिशाधिप,.....प्रणम्यं पुरारी। 


पिनाकी, त्रिलोकी, विशालं नमामी l

महाकाल कालं,.....कृपालं नमामी l।


ललाटाक्ष मोहक कृपानिधि जटाधर।

परमवीरभद्रं......कपर्दी......धराधर।

महादेव_मृत्युंजयं_आदिदेवं,

स्वयं शून्यनंतं,__,स्वयंभू  चराचर।


परशुहस्त,_गंगालभालं__,नमामी।

महाकाल कालं,.....कृपालं नमामी।।


नमो चारुविक्रम,..जगद्व्याप्त शंकर ।

सुखं सृष्टि मूलं,......सुपर्याप्त शंकर ।

अनघरूप,अव्यक्त,_आसक्तिहीनं , 

सदा शक्ति,..शाश्वत समनुरक्त शंकर ।


गिरीशं नमो,......चंद्र भालं नमामी l

महाकाल कालं,.....कृपालं नमामी l।


©सूर्यम मिश्र

टिप्पणियाँ

  1. अत्यंत सुंदर स्तुत्य रचना। जय श्री महाकाल

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  2. अत्यंत उत्कृष्ट एवं ओजपूर्ण स्तुति 💐🙏🏼

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  3. अत्यंत उत्कृष्ट, वंदनीय स्तुति🙏

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  4. अति सुन्दर स्तुति 🙏🙏

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  5. बहुत सुंदर बेटा - दीपेंद्र

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  6. बहुत खूब , हर हर महादेव 🙏🏻

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