गीत - मार्ग तुम छोड़ो नहीं ©अंशुमान मिश्र

 पुष्प की खुशबू से साथी, रास्ते  मोड़ो नहीं

कंटकों का मार्ग है पर, मार्ग तुम छोड़ो नहीं !


क्या पता, गंतव्य पहुंचा  दे  यही  रस्ता  कभी,

क्या पता, यदि  प्राण ले लें आपदाएं आज ही,

क्या पता, विजयी रहोगे, या पराजय है लिखी,

हार की चिंता से लेकिन... आस तुम तोड़ो नहीं,

कंटकों का मार्ग है पर....  मार्ग तुम छोड़ो नहीं !

पुष्प की खुशबू से साथी......


अभी तो प्रारंभ है, तुम अभी से भय खा रहे,

जो परिश्रम कर्म है... तुम उसी से घबरा रहे,

इस तरह जिंदा रहे तो वीर... क्या ज़िंदा रहे?

कायरों की सारिणी में.. नाम तुम जोड़ो नहीं,

कंटकों का मार्ग है पर.. मार्ग तुम छोड़ो नहीं !



 पुष्प  की खुशबू से साथी, रास्ते  मोड़ो नहीं, 

कंटकों का मार्ग है पर मार्ग तुम छोड़ो नहीं!


                          - ©अंशुमान

टिप्पणियाँ

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  2. अत्यंत ओजपूर्ण एवं प्रेरणा दायक गीत सृजन 💐💐💐

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  3. बहुत ही सुंदर गीत दद्दा 🙏

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  4. अत्यंत उत्कृष्ट, सार्थक, प्रेरणादायक गीत भैया😇💐💐💐💐💐💐💐

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