तुम आना... © तुषार पाठक

Sabse phele maa sharde ko namam

aur saath mai maa lekhni ko namam

mai apni rachna padhne ja raha hoo 





तुम आना, पूरा करने मेरी अधूरी सी तस्वीर को,

तुम आना, बदलने मेरी बदनसीब तक़दीर को।


तुम आना मेरी ज़िंदगी का आख़िरी ख़्वाब बनकर, 

मोहब्बत के शब्दों से लिखी कोई किताब बनकर।


तुम आना, वो सुंदर चाँद बनकर जो रात की जगह, सुबह दिखाई देता हो,

तुम आना, मेरे इतना क़रीब जहाँ तुम्हारी धड़कनों का शोर सुनाई देता हो।


तुम मेरी ज़िंदगी के सफ़र में आकर, हमसफ़र बन जाना,

मेरे भटके रास्तों पर तुम मंज़िल, तुम ही डगर बन जाना।


मैं बहुत भटका हूँ ,तुम मुझको अपने दिल का पता बताना,

मेरी ज़िन्दगी में आकर, ज़िन्दगी का नया अर्थ जोड़ जाना।


चाँदनी से ढँके तुम्हारे चेहरे पर, सितारों जैसे आँसू लिए, तुमको मुसल सल सि सकते देखा है,

सुना था आसमान में सिर्फ़ तारे टूटते हैं, पर आज तो मैंने खुद चाँद को भी टूटकर सिहरते देखा है!


हाँ, तुम्हें खोने के डर से मैं अक़्सर रो देता हूँ, 

तुम्हारी बाहों में, अपनी ज़िंदगी पिरो देता हूँ।


तुम्हारे परिवार की सबसे बेशकीमती चीज़, 'तुम्हें' माँगना है,

दिल से दिल तक मोहब्बत के मखमली धागे को बाँधना है।


yeh meri kavikta ki akhri pakti padhta hoo


तुम आना, मेरी जिंदगी की आख़िरी अभिलाषा की पूरक बनकर,

तुम आना, मेरे प्यार और मेरे परिवार की आख़िरी पाठक बनकर।

© तुषार पाठक

टिप्पणियाँ

  1. बेहद खूबसूरत भैया ❣️👏🙏

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  2. बहुत बहुत ही सुंदर भैया 🙏

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  3. अति सुंदर एवं हृदयस्पर्शी अभिव्यक्ति 💐💐💐💐

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  4. बहुत खूब तुषार जी। किसी के आने की ऐसी कामना अन्यत्र दुर्लभ होगी। 💐💐👌🎉✨

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  5. बहुत सुंदर तुषार जी...... आपकी समस्वात अभिलाषाएं पूर्ण हो... यही कामना है..........

    वाह्हहहहहहहहह..... भावपूर्ण, सुंदर अभिव्यक्ति... 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

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  6. वाहहहह बेहद खूबसूरत 👏👏👏👏

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  7. बेहद खूबसूरत रचना भैया 🌸🌸🌸🌸💐💐💐💐

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