वीर जवान ©वन्दना नामदेव

  (वीर रस) 

सरहद पर डट के खड़े, प्रहरी सजग जवान। 

मातृभूमि की आन पर, वीर सदा कुर्बान।। 


पवन वेग से जो बढ़े, दुश्मन को दे चीर । 

शौर्य, धीर ,गंभीर हैं, नमन देश के वीर।। 


त्याग वीर घर द्वार सब, रहते सरहद पार। 

न्यौछावर हैं राष्ट्र पर,आते घर दिन चार।। 


सिंहों के साम्राज्य में, चले न गीदड़ चाल । 

सैनिक के ललकार से, हर दुश्मन बेहाल।। 


भारत माँ की आन पर, जो भी करे प्रहार। 

शौर्य सजग प्रहरी सदा, करते अरि संहार।। 


-© वन्दना नामदेव

टिप्पणियाँ

  1. बहुत खूबसूरत मैंम👏जय हिंद..जय हिंद की सेना👏

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  2. हार्दिक धन्यवाद आ. तुषार जी एवं समस्त लेखनी परिवार

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  3. अत्यंत उत्कृष्ट, ओजपूर्ण दोहे 👌👌👌💐💐💐💐💐

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  4. अति सुंदर एवं प्रभावशाली दोहावली 💐💐💐💐

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