वीर जवान ©वन्दना नामदेव
(वीर रस)
सरहद पर डट के खड़े, प्रहरी सजग जवान।
मातृभूमि की आन पर, वीर सदा कुर्बान।।
पवन वेग से जो बढ़े, दुश्मन को दे चीर ।
शौर्य, धीर ,गंभीर हैं, नमन देश के वीर।।
त्याग वीर घर द्वार सब, रहते सरहद पार।
न्यौछावर हैं राष्ट्र पर,आते घर दिन चार।।
सिंहों के साम्राज्य में, चले न गीदड़ चाल ।
सैनिक के ललकार से, हर दुश्मन बेहाल।।
भारत माँ की आन पर, जो भी करे प्रहार।
शौर्य सजग प्रहरी सदा, करते अरि संहार।।
-© वन्दना नामदेव
👏👏👏👏
जवाब देंहटाएं🙏🙏🌷🌷
हटाएंबहुत खूबसूरत मैंम👏जय हिंद..जय हिंद की सेना👏
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुक्रिया... जय हिंद
हटाएंहार्दिक धन्यवाद आ. तुषार जी एवं समस्त लेखनी परिवार
जवाब देंहटाएंअत्यंत उत्कृष्ट, ओजपूर्ण दोहे 👌👌👌💐💐💐💐💐
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद दी.... ������
हटाएंअत्यंत उत्कृष्ट दोहावली🙏🙏
जवाब देंहटाएंओजपूर्ण सुंदर दोहे 💐💐
जवाब देंहटाएंबहुत खूब maam 👌👌
जवाब देंहटाएंअति सुंदर एवं प्रभावशाली दोहावली 💐💐💐💐
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