बरखा रानी ©️रिंकी नेगी

तपती धरा की प्यास बुझाने 

अपना मधुर संगीत सुनाने 

सबके मन को शीतलता पहुँचाने

ये घटा सुहानी लायी होगी 

हौले-हौले छम-छम करती 

बरखा रानी आयी होगी 

सूखी डालियों को फूलदार बनाने

सूखी सरिताओं को पुनर्जीवन दिलवाने

ये घटा सुहानी लायी होगी 

हौले-हौले छम-छम करती 

बरखा रानी आयी होगी 

अब हर जगह हरियाली होगी

किसानों के मुखमण्डल पर लाली होगी 

प्रेमियों के दिल में प्रेम की ज्योत जगाने 

सबके मन को आनंदित कर जाने 

ये घटा सुहानी लायी होगी 

हौले-हौले छम-छम करती 

बरखा रानी आयी होगी 

मयूर के नृत्य से मोहित होकर 

जीवन में नव संगीत भर जाने 

सूर्य के तेज से बचाने 

मानव जीवन को राहत पहुँचाने

मन को माटी की सुगंध का एहसास दिलाने 

चातक पक्षी की प्यास बुझाने 

ये घटा सुहानी लायी होगी 

हौले-हौले छम-छम करती 

बरखा रानी आयी होगी 

अब घरों के आस-पास जल स्त्रोत भर जायेंगे

छोटे-छोटे नन्हें हाथ 

कागज की कश्ती तैरायेंगे 

गर्मी की उमस के बाद 

पुनः पुष्प सुगन्धित आएंगे 

जिसे देखकर पक्षी सारे मधुर ध्वनि सुनाएंगे 

सावन के झूले होंगे डालों पर सभी मिल गीत मधुर गाएंगे 

वर्षा ऋतु के आगमन पर

सब अपने मन की व्यथा भूल कर

प्रकृति के सौंदर्य से आलिंगन से 

पुनः इस धरा के कृतज्ञ सब हो जायेंगे | 

-©️रिंकी नेगी

टिप्पणियाँ

  1. बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना 👌👌👌🌹🌹🌹

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  2. अति सुंदर एवं भावपूर्ण रचना 😍💐💐💐💐💐

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  3. बहुत-बहुत सुंदर रचना 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻

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