बड़ा आसान होता है ©दीप्ति सिंह

हज़ज मुसम्मन सालिम

वज़्न- 1222 1222 1222 1222

मफ़ाईलुन/मफ़ाईलुन/मफ़ाईलुन/ मफ़ाईलुन 


किसी का दिल दुखा देना.. बड़ा आसान होता है ।

ख़ता कर के भुला देना .. बड़ा आसान होता है ।


बड़ी मुश्किल से लम्हे चंद खुशियाँ

लेके आते हैं ..

इन्हें पल में मिटा देना.. बड़ा आसान होता है ।


हज़ारों कोशिशें करते हैं.. तो दिल मुस्कुराता है ..

मगर दिल को रुला देना.. बड़ा आसान

होता है ।


मयस्सर ख़्वाब में होती.. नहीं दुनिया हक़ीक़त की...

मगर ख़्वाहिश जगा देना.. बड़ा आसान होता है ।


कभी सरहद की पथरीली.. ज़मीं पे आके वो देखें...

जो कहते हैं कि जाँ देना.. बड़ा आसान होता है ।


ज़माने बीत जाते हैं.. भरोसे को निभाने में ....

भरोसा को दग़ा देना.. बड़ा आसान होता है ।


अगर हम माफ़ कर पाते.. तो बेहतर आदमी होते..

ख़तावर को सज़ा देना.. बड़ा आसान होता है ।

©दीप्ति सिंह "दीया"

टिप्पणियाँ

  1. उत्तर
    1. हृदय तल से आभार एवं सप्रेम अभिवादन आपका 😍💐💐💐🙏🏼😊

      हटाएं
  2. मेरी प्रिय रचनाओं में एक

    जवाब देंहटाएं
  3. उत्तर
    1. हृदय तल से आभार एवं सप्रेम अभिवादन आपका डियर 😍💐💐💐

      हटाएं
  4. उत्तर
    1. तहे-दिल से शुक्रिया एवं सप्रेम अभिवादन आपका 🙏🏼😊💐💐💐💐💐

      हटाएं

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