लेखनी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य मेँ काव्य पाठ एवम मिलन समारोह ©लवी द्विवेदी

 सर्वप्रथम मैं लेखनी परिवार के गुरुजन को प्रणाम करती हूँ, 

मैं ह्रदयतल से आभार प्रकट करती हूँ कि आपने हमें लेखनी परिवार का हिस्सा बनाया, जो की मात्र लेखनी एक पटल नही अपितु एक परिवार है जिसमें भाई, बहन, पिता, माता, सभी रिश्ते एक दूसरे के भावों से जुड़े हुए है, जिसमें रस छंद अलंकारों की माला इस परिवार को एक दूसरे से जोड़ कर रखती है, 

मेरा लेखनी परिवार से जुड़े हुए एक महीना ही हुआ मगर ऐसा प्रतीत होता है मानों सालों से सभी को जानती हूँ। 

आप सभी के स्नेह और आशीर्वाद की मैं आभारी हूँ कि आपने मुझे लेखनी परिवार की साहित्य साधना से जोड़ा। 

सादर आभार ।🙏

© लवी द्विवेदी




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टिप्पणियाँ

  1. .....अद्भुत अभूतपूर्व अप्रतिम...👏🙏

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  2. अद्भुत
    हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  3. अद्भुत,अति सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति लवी बेटा 👏👏👏👏🌹🌹

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  4. बहुत उत्तम प्रस्तुति दीदी🙏🙏

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