आसान नहीं एक बेटी का बाप होना। ©रानी श्री

आसान नहीं एक बेटी का बाप होना। 

 दुनिया के तानों  का अभिशाप ढोना।

आसान नहीं एक बेटी का बाप होना।


अधिक प्रेम करने पर भी तंज सहना,

कम प्रेम में भी तो सबके रंज सहना।

उसके संग खेलना, रूठने पर मनाना,

हंसते हुए भी कांटे जैसा कंज सहना।


उसके  जन्म से ही  पैसे बचत करना,

खिलौनों की जिद का भी जाप ढोना।


आसान नहीं एक बेटी का बाप होना।


बेटी बड़ी हो रही, उसे सब सिखाना,

सभी की बुरी नज़रों से उसे छिपाना।

ऊंगली न उठने पाए मान सम्मान पर

बिटिया अब तू ही मेरी लाज बचाना।


जवान निर्दोष  बेटी से छेड़खानी पर,

तब अपनी बदनामी का संताप ढोना।


आसान नहीं एक बेटी का बाप होना। 


कभी उसे पढ़ाने के लिये यत्न करना,

तो कभी शादी के लिये प्रयत्न करना।

जिस अनमोल रत्न को नाज से पाला,

किसी और को  दान वही रत्न करना।


और अगर वो शादी टूट जाए तो फ़िर, 

चुपचाप उस अपमान का छाप ढोना।


आसान नहीं एक बेटी का बाप होना।


डोली  सजाने के लिये अंग अंग देना,

आंसुओं से सींचके जीने के ढंग देना।

ससुराल में अत्याचार से पीड़ित बेटी

जब मर जाए  तो फ़िर क्या रंग देना।


आंखों के सामने उसका शव देखकर,

जीवनभर उस दुख का विलाप ढोना।


आसान नहीं एक बेटी का बाप होना।

~ ©रानी श्री

टिप्पणियाँ

  1. अत्यंत संवेदनशील एवं भावपूर्ण सृजन 💐💐

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  2. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  3. अत्यंत हृदयस्पर्शी भावपूर्ण सृजन 👏👏🌹🌹🌹🙏🙏

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