मुहब्बत ©दीप्ति सिंह

 आपसे जबसे मुहब्बत हो गई ।

देखिये क्या दिल की हालत हो गई ।।


चैन दिल का हो गया है गुमशुदा ..

और राहत दिल से रुख़सत हो गई ।।


इस क़दर है आपने जादू किया ..

हर तरफ आबाद जन्नत हो गई ।।


अब नज़र में आपका ही नूर है ..

आपकी जबसे इनायत हो गई ।।


दिल मुहब्बत के नशे में चूर है ..

आपने चाहा ये किस्मत हो गई ।।


रश्क़ हमसे चाँद को होने लगा ..

चाँदनी को भी शिकायत हो गई ।।


आप की नज़रों से खुद को देख के ..

ये 'दिया' भी खूबसूरत हो गई ।।

                              @दीप्ति सिंह "दीया"

टिप्पणियाँ

  1. उत्तर
    1. तहे-दिल से शुक्रिया आपका प्रिय माधुरी जी 😊🌷🙏

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  2. ग़ज़ब बहुत ही सुन्दर 🤩

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