जिंदगी के रंग © सम्प्रीति

 कभी-कभी जी भर कर हँसने का दिल करता है,

और कभी-कभी बेवजह ही आँसूओं में डूब जाने का दिल करता है,

कभी-कभी दिल कहता है कि क्या करना है जी कर छोड़ इस मतलबी सी दुनिया को मर जाते हैं सुकून से,

पर कभी-कभी एक पल में सदियों जीने का दिल करता है,

दिल टूटने से डर बहुत लगता है,

पर कभी-कभी दिल कहता है कि छोड़ ये फिजूल बातें महोब्बत का जज़्बा एक दफा महसूस तो कर,

कभी-कभी हर रिश्ता मतलबी सा लगता है,

और कभी-कभी सारी परेशानियों का हल उन्हीं के साथ से मिलता है,

कभी-कभी जिंदगी नीरस, फीकी सी लगती है,

और कभी-कभी इतनी प्यारी की मधुमेह सा महसूस कराती है,

इस हँसने, रोने, प्यार, नफरत अकेलापन और रिश्तेदारों की भीड़ सबको अपनाने का दिल करता है,

इस हसीन कभी नीरस तो कभी प्यारी सी जिंदगी को दिल खोल कर जीने का दिल करता है।

                                   -©सम्प्रीति

टिप्पणियाँ

  1. जिंदगी के अनेक रंगों को समेटे एक खूबसूरत रचना👌👌👌

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  2. जिंदगी की खूबसूरत और हृदयस्पर्शी भाव 👌👌👌👏👏👏

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  3. ❤️❤️❤️👏🏻👏🏻🙌👌👌👍👍👍👍👍

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