माँ तू कैसे जान जाती है?? ©तुषार पाठक

Sabse phele maa sharde ko namam

aur saath mai maa lekhni ko namam

mai apni rachna padhne ja raha hoo 

मेरी पहली कविता मेरी माँ को समर्पित है जिसका शीर्षक है "माँ"  


माँ तू कैसे जान जाती है??

 तू दूर होकर भी मेरी आवाज़ से मेरी तबीयत जान जाती है,

जो मेरे पास होकर भी नही जान पाते।

तू कैसे जान जाती यह फोन तेरे बेटे ने ही किया है।

तुझे कैसे पता चल जाता है मेरी  गलतियों का।।

माँ तू  कैसे जान जाती है??

तू  कैसे जान जाती सबकी ज़रूत को,

और सबकी आदतों को,

तू  कैसे भूखे रहकर बाकी का पेट भर देती है,

बहाने में कहती है कि तुझे भूख नही है।

तू  कैसे अपने सपनों को छोड़ कर अपने

 बच्चो का सपना पूरा कर लेती है,

माँ तू  कैसे कर लेती  है??

बीमार होने पर भी स्वस्थ होने का बहाना बनाती है 

और बीमार होकर भी घर का सारा काम  कर लेती है।।

माँ तू सब के लिए दीवार बन खड़ी हो जाती है।।

तू अपने को चुनने से पहले अपने परिवार को चुनती है

माँ तू  कैसे कर लेती  है??

माँ तू  कभी अपने दर्द छुपाकर दूसरों का दर्द कम कर देती है।

अपनी मदद करने से पहले दूसरों की मदद करती है।

कैसे तू  सबका गुस्सा बर्दाश्त कर लेती है।

माँ तू  कैसे कर लेती  है??

अपना जन्मदिन छोड़ कर अपने बच्चो का मनाती है,

अपने लिए नही अपने परिवार के लिए प्रार्थना  करती है l

माँ तू  कैसे कर लेती  है??


yeh meri kavita ki akhri pakti padhta hoo


तू  कैसे जान जाती है मेरा  होने  वाला कल 

कैसे जान जाती है मेरी आने वाले मुश्किलों  को 

तू  अपने लिए भगवान से कुछ नही माँगती,

कैसे तू अपना छोड़ कर हमारी प्रिय चीज़ों का

 ख्याल रख लेती है,

सबके हँसने से हँस लेती है साथ मे दुःख में रो देती है,

माँ तू  कैसे कर लेती  है??


dhanyavad aap sabhi ka

                                                   @  तुषार पाठक 





टिप्पणियाँ

  1. माँ❤️
    बहुत बहुत सुंदर लिखा है

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  2. अत्यंत भावपूर्ण पंक्तियां मां के लिये 👌👌👌👌

    जवाब देंहटाएं
  3. अत्यंत भावपूर्ण पंक्तियां मां के लिये 👌👌👌👌

    जवाब देंहटाएं
  4. Behad Sunder!! माँ ज़रूर कोई जादू जानती है, क्यों माँ बिन कुछ कहे ही सब जानती है!

    जवाब देंहटाएं
  5. मां सब-कुछ जान जाती हैं। मां की छठी इंद्री अपने बच्चों के लिए हमेशा सजग और सचेत रहती हैं।

    जवाब देंहटाएं
  6. हरेक पंक्ति दिल की गहराइयों में उतर गई
    माँ को समर्पित अनमोल रचना 💕💕👌👌👌

    जवाब देंहटाएं
  7. माँ के लिए बहुत प्यारी बातें ..दिल को छू गई 👌👌👌

    जवाब देंहटाएं
  8. अत्यंत मार्मिक उत्कृष्ट और हृदयस्पर्शी रचना👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻

    जवाब देंहटाएं
  9. अत्यंत सुंदर, अद्भुत सृजन,
    अति सुन्दर रचना, माँ ही जगत् की आधार है। आपके इन भवों ने आँखों को भिगो दिया तुषार जी!! 👌🏻👌🏻

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  10. आप सभी का हृदयतल से धन्यवाद

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